2397.पूर्णिका
2397.पूर्णिका
🌷काश हमें समझ पाते 🌷
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काश हमें समझ पाते ।
दुनिया कुछ समझ पाते ।।
प्यारी जिंदगी अपनी ।
जीना भी समझ पाते ।।
दिल की बात दिल जाने ।
दिलदार बन समझ पाते ।।
होती हार जीत यहाँ ।
चल के पथ समझ पाते ।।
देखो सादगी खेदू ।
जिंदा है समझ पाते ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-7-2023शुक्रवार