23/54.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/54.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷नई आय मोला झूठ लबारी 🌷
122 122 22 2122
नई आय मोला झूठ अऊ लबारी ।
भरोसा हवे ये मोरे संगवारी ।।
मया हमर जिनगी राहय सुघ्घर दुनिया।
नई दिखय आँखी कर लेथन चिंहारी ।।
नई करय कोनो आज हियाव देखव।
करम बिन किस्मत मा हो जाथे लचारी ।।
बदलबे तभे संगी बदलाव आथे ।
हरेना मरेना फोकट देत गारी ।।
हवे देख बिकटे खर खेदू जमाना।
सिक्का चलय झनकर तेहर होसियारी।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-10-2023रविवार