23/103.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/103.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 अपन बनाये काबर🌷
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अपन बनाये काबर ।
सजन रिसाये काबर ।।
जिनगी हे डोंगा कस।
हार मनाये काबर ।।
हिरदे ला पीरा दे।
पार लगाये काबर ।।
जानेस नई मोला।
नाच नचाये काबर ।।
कइसन दुनिया खेदू ।
रास रचाये काबर ।।
……✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
31-10-2023मंगलवार