Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

23-निकला जो काम फेंक दिया ख़ार की तरह

अपनी ग़रज़ पे लोग मिले यार की तरह
निकला जो काम फेंक दिया ख़ार की तरह

दाने की जुस्तुजू में परिंदे चले गए
तन्हा शजर खड़ा रहा लाचार की तरह

जीने का शौक़ है मुझे अपने उसूल पर
जीता हूँ ज़ीस्त रोज़ मैं त्योहार की तरह

चाहा जिन्हें था मैंने दिल-ओ-जान से अधिक
वो सामने से गुज़रे हैं अग़्यार की तरह

मुस्कान आपकी ये क़यामत से कम नहीं
इससे करो न वार सितम-गार की तरह

बाज़ार-ए-आरज़ू में गुज़रती रही ये उम्र
मुझको मिला न कोई ख़रीदार की तरह

आशिक़ हूँ आपका कोई लोफ़र नहीं सनम
मुझको सज़ा न दीजै ख़तावार की तरह

तुम दूर जब से हो गए रौनक चली गई
कहते हैं लोग लगते हो बीमार की तरह

~अजय कुमार ‘विमल’

Language: Hindi
278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
gurudeenverma198
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
किसी मूर्ख को
किसी मूर्ख को
*Author प्रणय प्रभात*
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
Phool gufran
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
जी करता है , बाबा बन जाऊं - व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
विमला महरिया मौज
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
पुलिस बनाम लोकतंत्र (व्यंग्य) +रमेशराज
पुलिस बनाम लोकतंत्र (व्यंग्य) +रमेशराज
कवि रमेशराज
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
न छीनो मुझसे मेरे गम
न छीनो मुझसे मेरे गम
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बेहतर है गुमनाम रहूं,
बेहतर है गुमनाम रहूं,
Amit Pathak
2619.पूर्णिका
2619.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
दोस्ती
दोस्ती
Shashi Dhar Kumar
गजब है उनकी सादगी
गजब है उनकी सादगी
sushil sarna
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
Vishvendra arya
स्पीड
स्पीड
Paras Nath Jha
.
.
Amulyaa Ratan
💐प्रेम कौतुक-389💐
💐प्रेम कौतुक-389💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
Vijay kumar Pandey
जानना उनको कहाँ है? उनके पते मिलते नहीं ,रहते  कहीं वे और है
जानना उनको कहाँ है? उनके पते मिलते नहीं ,रहते कहीं वे और है
DrLakshman Jha Parimal
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
पंकज कुमार कर्ण
दोहा
दोहा
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
गोविंदा श्याम गोपाला
गोविंदा श्याम गोपाला
Bodhisatva kastooriya
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
शेखर सिंह
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...