Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

(2) सुनो मेरी दास्तां

आओ मै सुनती हूं तुम्हें एक कहानी,
जो है मेरी ही जुबानी।
मैं हूं एक सड़क कच्ची ,
जिसकी बरसात में हो जाती है छुट्टी।

जब आती है बरसात तो लोग बहुत खुश होते हैं,
लेकिन वो मेरी हालत को देखकर बहुत रोते हैं।

मैं बन जाती हूं उनकी घर से न,
निकल पाने की मजबूरी,
क्योंकि मेरे कारण वह नहीं तय कर,
पाते खेतों और शहरों कि दूरी ।

बारिश में जब आ जाता है मेरी,
सतह पर इतना कीचड़ ,
कि अगले दो-तीन दिन तक कोई,
नहीं आना चाहता मेरे भीतर।

मैंने कहा गाव वालो को की,
करा दो मुझे पक्की,
लेकिन वो बोले कि नेता तो,
नहीं बैठने देता नाक पर मख्खी।

स्वयं रचित
Shutisha Rajput

Language: Hindi
1 Like · 55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
Umender kumar
ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
Neelofar Khan
" राख "
Dr. Kishan tandon kranti
As you pursue your goals and become a better version of your
As you pursue your goals and become a better version of your
पूर्वार्थ
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
Ravi Prakash
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
पाँव पर जो पाँव रख...
पाँव पर जो पाँव रख...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
Phool gufran
*लटें जज़्बात कीं*
*लटें जज़्बात कीं*
Poonam Matia
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
🙅समझ सको तो🙅
🙅समझ सको तो🙅
*प्रणय प्रभात*
Where have you gone
Where have you gone
VINOD CHAUHAN
कविता
कविता
Rambali Mishra
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
सियासत
सियासत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
परी
परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
देश के संविधान का भी
देश के संविधान का भी
Dr fauzia Naseem shad
भोर के ओस!
भोर के ओस!
कविता झा ‘गीत’
रिश्ते
रिश्ते
Shashi Mahajan
वक्त काटना चाहो
वक्त काटना चाहो
Sonam Puneet Dubey
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मैं कीड़ा राजनीतिक
मैं कीड़ा राजनीतिक
Neeraj Mishra " नीर "
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
2479.पूर्णिका
2479.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
Loading...