1330 मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए
सुनी पायल की झंकार, तो दीदर को हम तरस गए।
याद में तेरी, मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए।
क्यों आता है ख्वाब, तड़पाता जो दिन रात।
पाकर तुझको पास, क्यों हम तड़प गए।
मेरे आँसू़………. ।
क्यों हो तुम यूँ दूर ,किस बात से हो मजबूर।
याद नहीं वो रात जब देके तुम मुझको दरस गए।
मेरे आँसू बिन पूछे …..।
अखियांँ हो बेचैन, तुझे याद करें दिन रैन।
करते यूँ इंतजार ,लगता है, हो सौ बरस गए।
मेरे आँसू…..।