Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2022 · 1 min read

? प्रश्न उत्तर ?

डॉ अरूण कुमार शास्त्री?एक अबोध बालक ?अरुण अतृप्त ?

तुम प्रश्न मैं उत्तर
तुम चंचल हरित धरा सी
मैं शांत स्थिर हूँ प्रस्तर
तुम मृग नयनी सी युवना
मैं सुस्त मस्त गजराज
तुम तृणवत लोच लिए हो
जैसे सूत्र पिरोया सुई में
मैं सीधा वृक्ष तना सा
तुम सजग कोकिला कण्ठ
मैं बजता ढोल अदृश्य
तुम तरुणाई कोंपल की
मैं खड़ा ठूठों सा सीधा
तुम बहती मलय सुबसित
मैं गरम हवा तूफ़ान
तुम शीतल शीतल छाया
मैं झुलसाता झौंका सा
तुम व्यजंन छप्पन रस की
मैं दाल भात की थाली
तुम सात रंग की ओढ़नी रँगीली
मैं श्वेत श्याम हूँ कम्बल
तुम प्रश्न मैं उत्तर
तुम चंचल हरित धरा सी
मैं शांत स्थिर हूँ प्रस्तर
तुम मृग नयनी सी युवना
मैं सुस्त मस्त गजराज

Language: Hindi
1 Like · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
कहती गौरैया
कहती गौरैया
Dr.Pratibha Prakash
माँ मुझे विश्राम दे
माँ मुझे विश्राम दे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
तेरी हर अदा निराली है
तेरी हर अदा निराली है
नूरफातिमा खातून नूरी
*कविताओं से यह मत पूछो*
*कविताओं से यह मत पूछो*
Dr. Priya Gupta
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
उम्मीद रखते हैं
उम्मीद रखते हैं
Dhriti Mishra
अगर कभी मिलना मुझसे
अगर कभी मिलना मुझसे
Akash Agam
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
Meenakshi Masoom
अभिनय से लूटी वाहवाही
अभिनय से लूटी वाहवाही
Nasib Sabharwal
पुरखों की याद🙏🙏
पुरखों की याद🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बेटी
बेटी
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
Kanchan Khanna
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
SPK Sachin Lodhi
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
फलसफ़ा
फलसफ़ा
Atul "Krishn"
जिंदगी की राह में हर कोई,
जिंदगी की राह में हर कोई,
Yogendra Chaturwedi
2831. *पूर्णिका*
2831. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाल मन
बाल मन
लक्ष्मी सिंह
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
#कविता
#कविता
*प्रणय प्रभात*
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
Harminder Kaur
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भीगी पलकें( कविता)
भीगी पलकें( कविता)
Monika Yadav (Rachina)
Loading...