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2 Jun 2022 · 1 min read

💐व्यवसायात्मिका बुद्धि:💐

व्यवसायात्मिकायाः बुद्धया: अतिउत्तमं महिमा।मनस्य चिन्तनस्य अपि श्रेष्ठ: बुद्धया: कार्यं।एक: निश्चय: करणं एव बुद्धया: कार्यं।पतिव्रताया: मनं न अन्य स्थाने निवेश: भवति प्रत्युत् बुद्धि: एव निवेश: भवति,”सपनेहुँ आन पुरुष जग नाहीं।”व्यावसायात्मिकायाः बुद्धयां बहु शक्ति:।पतिव्रतायाः बलस्य सम्मेलनं करणस्य शक्ति: रावणे अपि न आसीत्।

©अभिषेक: पाराशरः

Language: Sanskrit
Tag: Quotation
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