Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2022 · 1 min read

?अवरोध?

डॉ अरुण कुमार शास्त्री ?एक अबोध बालक?अरुण अतृप्त?

?अवरोध?

दूरियाँ बना कर किसी को कुछ नही मिलता जहाँ में
दो चार पल का जीवन तुम सबसे मिलो खुशी से ।।

यहां कौन किसका भाई और कौन किसका सगा है
हर कोई इस जगत में अपने अपने कर्मो को ढो रहा है ।।

तुझसे गिला करूँ मैं तो किस बात का करूँ
मेरे नसीब में है जो वो ही तो मुझको मिला है ।।

परछाइयों का पीछा अजी छोड़िए जनाब
परछाइयों से अब तक किसी को कुछ भी नहीं मिला है ।।

क्या करेंगे जान कर मेरा ताअरूफ़ एय ज़नाब
पूछना ही चाहते हैं तो मालिक का पता लीजिये जनाब ।।

ता उम्र मैं जिंदगी की जंगो जहद में ही उलझा रहा
न याद किया उसको न पढ़ी नमाज़ न कभी सिजदा ही किया ।।

बहुत हँसीन शय है ये चार दिन की जिंदगी सनम
शुगल मेला रंजो नालिश आशिकी इश्क सब कुछ तो है सनम ।।

जिससे भी मिलो ज़नाब तहजीब से मिला कीजिए साहिब
इतनी बड़ी दुनिया है क्या पता कब मदद की जरूरत पड़े साहिब ।।

आदमी को आदमी से इश्क़ न हो तो आखिर क्या हो
यूं ‘अबोध बालक’ बन के फिरते हो बुलबुला ही तो हो ।।

207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
* मुस्कुराते हुए *
* मुस्कुराते हुए *
surenderpal vaidya
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
Dr Archana Gupta
लोग कहते रहे
लोग कहते रहे
VINOD CHAUHAN
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
Piyush Goel
आशिक़ का किरदार...!!
आशिक़ का किरदार...!!
Ravi Betulwala
" वतन "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दिल के दरवाज़े
दिल के दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
डिप्रेशन का माप
डिप्रेशन का माप
Dr. Kishan tandon kranti
पकोड़े नालों की गेस से तलने की क्या जरूरत…? ये काम तो इन दिनो
पकोड़े नालों की गेस से तलने की क्या जरूरत…? ये काम तो इन दिनो
*प्रणय*
मुश्किलें
मुश्किलें
Sonam Puneet Dubey
हमारी सोच में तुम थे,
हमारी सोच में तुम थे,
Dr fauzia Naseem shad
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
Ranjeet kumar patre
निर्मम बारिश ने किया,
निर्मम बारिश ने किया,
sushil sarna
नारी
नारी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
3698.💐 *पूर्णिका* 💐
3698.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
🚩🚩
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
*होली में लगते भले, मुखड़े पर सौ रंग (कुंडलिया)*
*होली में लगते भले, मुखड़े पर सौ रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
V9Bet là sân chơi cá cược thu hút được đông đảo cược thủ tha
V9Bet là sân chơi cá cược thu hút được đông đảo cược thủ tha
V9bet
मनोकामनी
मनोकामनी
Kumud Srivastava
आज फ़िर
आज फ़िर
हिमांशु Kulshrestha
Falling Out Of Love
Falling Out Of Love
Vedha Singh
नहीं बदलते
नहीं बदलते
Sanjay ' शून्य'
दीपावली के अवसर पर
दीपावली के अवसर पर
जगदीश लववंशी
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
हम अकेले अनमने से हो गये.....!!
हम अकेले अनमने से हो गये.....!!
पंकज परिंदा
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...