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15 Jan 2018 · 1 min read

*?‍?प्यारे पिता कहलाये?‍?*

?‍?प्यारे पिता कहलाये?‍?

परछाई सा जो साथ निभाये,,
वो ही तो प्यारे पिता कहलाये,,

बचपन से यौवन तक बच्चों को,,
गोदी में लेकर जो मन बहलाये,,

घर बाहर की कोई भी डगर हो,,
उंगली पकड़ कर साथ चलाये,,

मेला घूमे सब परिवार के संग,,
पर खुद ही को कुछ न ले पाये,,

पानी गहरा रात अंधेरी या डर की राहे,,
पीछे सबको अपने खुद आगे हो जाये,,

सबका ये बिम्ब नजर जिसमे आये,,
मनु अब्बू वो परछाई तब बन जाये,,

मानक लाल मनु

Language: Hindi
186 Views
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