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20 May 2017 · 1 min read

? अन्नदाता किसान….. ?

? क्षणिकाएँ ?

जाड़ा गर्मी वर्षा सहके
श्रम-स्वेद में नितप्रति बहके
अन्न उगाकर करता दान
पर-उपकारी हुआ “किसान”।

?????????

तप रहा तन
भट्टियों सा
कर रहा फिर भी
श्रमदान
धन्य धन्य
“कृषिकर्म-किसान”

??????????
?तेजवीर ‘तेज’ मथुरा ✍

Language: Hindi
630 Views
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