【1】 !”! आसमान के तारे !”!
आसमान में लाखों तारे
रात को झिलमिल करते सारे
गगन तले जो टिम -टिम करते
रात को तारे लगते प्यारे
सब तारों का एक है राजा
चन्दा मामा मत इतरा रे
दीपक जैसे जगमग करते
अंबर माही सजे नज़ारे
चारो दिशा चाँँदनी फैली
अम्बर की छवि देख जरा रे
नभ से तारे झाँक रहे हैं
मुन्ना – मुनिया देखो आ रे
Arise DGRJ { Khaimsingh Saini }
M.A, B.Ed from University of Rajasthan
Mon. 9266034599