{【मुश्किल】}(एक पथ प्रदर्शक)
जीवन मे जितनी भी
मुश्किलें आती हैं।
राहें मंजिलों के उतनी ही
क़रीब पहुँच जाती हैं।
इनसे घबराकर पीछे चलने वालों
को कुछ हासिल नही होता।
जिनके ईरादों में जान होती है उनके
लिए कोई रास्ता मुश्किल नही होता।
बस ढांढस देकर स्वयं को
वो आगे बढ़ जाते हैं।
छोड़ मुश्किलों की चिंता को
मंज़िल की ओर निकल जाते हैं।
जो लोग मुश्किलों से अपना
मुँह फेर लेते हैं।
असफलताओं के बादल
उन्हें घेर लेते हैं।
मुश्किलें तो अक्सर ही केवल
राह दिखाने आती हैं।
मन्ज़िल कैसे मिलती है वो बस
ये पहचान कराने आती हैं।
पग पग पर वो जो काँटे
बिछाने आती हैं।
कमजोर इरादे वालों को वो
मजबूत बनाने आती हैं।