✍️जन्मदिन✍️
आज जन्मदिन है,
मेरे एक अज़ीज़ दोस्त का,
जिसने एक भटके मुसाफ़िर को उसका बसेरा दे दिया,
मेरी अंधेरी रातों को नया सवेरा दे दिया,
उसने दोस्ती निभाई कुछ इस कदर,
कर दिया मुझे सारे ग़मो से बेखबर,
उसका मुझे युँ हँसाना दिल को छू जाता है,
पूरी शिद्दत से रिश्ता निभाना दिल को छू जाता है,
दुआ करती हुँ हर उदासी से वो दूर रहे,
उस मासूम चेहरे पे मुस्कुराहट का आना दिल को छू जाता है,
हर दुआ क़ुबूल हो उसकी,
ये दुआ है मेरी,
उसके हर किस्से से जुड़ी रहे,
हर कहानी मेरी,
बहुत खूबसूरत है ये दिन,
बहुत ख़ास है मौका,
लिख दी उसके नाम ये ज़िंदगी,
यही है मेरी ओर से,
उसके जन्मदिन का तोहफा।
✍️वैष्णवी गुप्ता (vaishu)
कौशांबी