Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2018 · 1 min read

★ ” घड़ियाली- शुभ चिंतक ” ★

नही ! नही !!
तुम मेरे शुभचिंतक नही हो सकते !
÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷
तुम ऐसे परजीवी कीड़े हो
जो समाज का खून चूसकर जीते हो ,
अपने अस्तित्व के लिए
दस – बीस चमचों को रखते हो ,
छुटे सांड़ की तरह
सड़कों पर हुंकार भरते हो ,
मेहनत – ईमानदारी की फसल को
बरबाद हो करते ,
नही ! नही !!
तुम मेरे शुभचिंतक नही हो सकते !
× × × × × × × × × × × × × × × × × × × ×
आजादी के लिए इस धरा को
जिसने अपने खून से सींचा ,
तुमने उनका हाल कभी पूछा ?
श्रद्धा के नाम पर
उनको स्वतंत्रता सेनानी कहा ,
सहायता के नाम पर
कुछ रूपये पेंशन में दिया ,
खुद ऐश करते हो
ये गरीबी में हैं मरते ,
नही ! नही !!
तुम मेरे शुभचिंतक नही हो सकते !
× × × × × × × × × × × × × × × × × × × ×
तुमने ‘ गांधी जी ‘ को भुनाया ,
‘ नेताजी – भगत – आजाद ‘ को भुलाया , ‘
राम – रहीम को आपस में लड़ाया ,
अब देश को जातियों में बाँटकर
अंबेडकर को नीलाम हो करते ,
नही ! नही! !!
तुम मेरे शुभचिंतक नही हो सकते !
÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷

Language: Hindi
457 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राही
राही
RAKESH RAKESH
रही सोच जिसकी
रही सोच जिसकी
Dr fauzia Naseem shad
मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
राम है आये!
राम है आये!
Bodhisatva kastooriya
#प्रातःवंदन
#प्रातःवंदन
*Author प्रणय प्रभात*
डोमिन ।
डोमिन ।
Acharya Rama Nand Mandal
एक सत्य यह भी
एक सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"क्या देश आजाद है?"
Ekta chitrangini
*****आज़ादी*****
*****आज़ादी*****
Kavita Chouhan
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
उमंग
उमंग
Akash Yadav
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
' नये कदम विश्वास के '
' नये कदम विश्वास के '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम क्या हो .....
तुम क्या हो ....." एक राजा "
Rohit yadav
तुम्हीं तुम हो.......!
तुम्हीं तुम हो.......!
Awadhesh Kumar Singh
भले कठिन है ज़िन्दगी, जीना खुलके यार
भले कठिन है ज़िन्दगी, जीना खुलके यार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*पापा (बाल कविता)*
*पापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
Sonu sugandh
"कामना"
Dr. Kishan tandon kranti
*और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ*
*और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ*
Poonam Matia
2412.पूर्णिका
2412.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिल से मुझको सदा दीजिए।
दिल से मुझको सदा दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
Anis Shah
........
........
शेखर सिंह
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
अधूरी मुलाकात
अधूरी मुलाकात
Neeraj Agarwal
Loading...