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9 Jan 2018 · 1 min read

★ऐलान करती हूँ★

*ऐलान करती हूँ *

ऐलान करती हूँ, मैं डंके की चोट पर,,,
आश्रम बनेगा गुरुवर असंगसाहेब आपका हर एक मोड़ पर।

◆ चलकर आएंगे पैसे वाले भी झोली पसारकर,,
आएंगे नेता अभिनेता भी अपना घमंड उतारकर,,,
सुनते रहेंगे सत्संग घरबार सब छोड़कर ।
आश्रम,,,,,,,

◆ निकलेंगे जिस भी गली से पैगाम मिलेगा,,,
सबकी जुबां पर असंगसाहेब आपका नाम मिलेगा,,
जयकारे भी लगेंगे हर गली हर मोड़ पर,,,
आश्रम,,,,,,,,,

◆ जग में गुरु की महिमा सब जान जाएंगे,,
मेरे गुरु के आशीष से सब पाप मिट जाएंगे,,
वन्दन करेंगे हर नर नारी गुरु के आगमन पर।
आश्रम,,,,,,,,

गायत्री सोनु जैन मन्दसौर??

Language: Hindi
1 Like · 668 Views
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