Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2020 · 1 min read

{{◆ जल्दी लौट आया करो न ◆}}

जैसा प्यार किया है मैंने तुमसे
कुछ वैसा तुम भी तो मुझसे करो न

रोज़ पलके भिगोते हो मेरा तुम
कभी उन पलकों को चूम भी लिया करो न

बीत जाती है हर शाम गैर की महफ़िल में तेरी
कुछ पल मेरे अंजुमन में भी बिताया करो न

क्यों उठ कर जा रहे हो पहलू से मेरे तुम
इन्तेज़ार रहता है तुम्हारा, जल्दी लौट आया करो न

ज़िन्दगी एक बुरी खबर बनती जा रही है
तुम ही कुछ अच्छी खबर सुना दिया करो न

क्या यू ही तरस के मर जाएंगे हम एक दिन
कुछ बूंद मोहब्बत का बरसा दिया करो न

क्यों कैद होना है तुझे दूसरी बाँहो में
कभी मेरे दर्द का भी ख्याल किया करो न

Language: Hindi
8 Likes · 12 Comments · 638 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त और रिश्ते
वक्त और रिश्ते
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अभी कुछ बरस बीते
अभी कुछ बरस बीते
shabina. Naaz
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
Manoj Mahato
◆धर्म-गीत
◆धर्म-गीत
*प्रणय प्रभात*
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
Bidyadhar Mantry
राम की धुन
राम की धुन
Ghanshyam Poddar
आदित्य यान L1
आदित्य यान L1
कार्तिक नितिन शर्मा
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
निर्मल भक्ति
निर्मल भक्ति
Dr. Upasana Pandey
भाव तब होता प्रखर है
भाव तब होता प्रखर है
Dr. Meenakshi Sharma
जीवन
जीवन
sushil sarna
मातु भवानी
मातु भवानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फुर्सत नहीं है
फुर्सत नहीं है
Dr. Rajeev Jain
जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे।
जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
दिल का मासूम घरौंदा
दिल का मासूम घरौंदा
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
VINOD CHAUHAN
नारी....एक सच
नारी....एक सच
Neeraj Agarwal
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
Rj Anand Prajapati
नमन!
नमन!
Shriyansh Gupta
हम हमेशा साथ रहेंगे
हम हमेशा साथ रहेंगे
Lovi Mishra
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
कितना गलत कितना सही
कितना गलत कितना सही
Dr. Kishan tandon kranti
तुलसी युग 'मानस' बना,
तुलसी युग 'मानस' बना,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...