Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#27 Trending Author
*प्रणय*
69 Followers
Follow
Report this post
28 Mar 2024 · 1 min read
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 79 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
नवगीत : मौन
Sushila joshi
It’s all be worthless if you lose your people on the way..
पूर्वार्थ
अब फज़ा वादियों की बदनाम हो गई है ,
Phool gufran
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
Neelofar Khan
ना वह हवा ना पानी है अब
VINOD CHAUHAN
बेशर्मी से ... (क्षणिका )
sushil sarna
उकसा रहे हो
विनोद सिल्ला
जियो सिम का जब फ्री ट्रायल हो रहा था उसकी कीमतें उस समय नहीं
Sonam Puneet Dubey
" कर्म "
Dr. Kishan tandon kranti
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
जिनका अतीत नग्नता से भरपूर रहा हो, उन्हें वर्तमान की चादर सल
*प्रणय*
i9bet là một trong những nền tảng cá cược trực tuyến uy tín
i9betsfarm
3674.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
शीर्षक - सोच और उम्र
Neeraj Agarwal
नहीं मिलना हो जो..नहीं मिलता
Shweta Soni
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
gurudeenverma198
हर एहसास
Dr fauzia Naseem shad
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
हनुमान जी वंदना ।। अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो ।।
Kuldeep mishra (KD)
एक ऐसी रचना जो इस प्रकार है
Rituraj shivem verma
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
रात में कितना भी मच्छर काटे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तुम गए कहाँ हो
Amrita Shukla
O CLOUD !
SURYA PRAKASH SHARMA
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
सांसें स्याही, धड़कनें कलम की साज बन गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बहादुर बेटियाँ
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
दर्द अपना, गिला नहीं कोई।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...