Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*Author प्रणय प्रभात*
46 Followers
Follow
Report Content
29 Oct 2023 · 1 min read
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 90 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
दुश्मन को दहला न सके जो खून नहीं वह पानी
Anil Mishra Prahari
कारवां गुजर गया फ़िज़ाओं का,
Satish Srijan
2831. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जरा काबू में रह प्यारी,चटोरी बन न तू रसना (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बहुत यत्नों से हम
DrLakshman Jha Parimal
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
गाँव से चलकर पैदल आ जाना,
Anand Kumar
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
Anil chobisa
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
Ram Krishan Rastogi
सहज है क्या _
Aradhya Raj
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ता ये प्यार का
Mamta Rani
💐प्रेम कौतुक-291💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
कवि रमेशराज
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
प्रेमदास वसु सुरेखा
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
डॉ.सीमा अग्रवाल
" ब्रह्माण्ड की चेतना "
Dr Meenu Poonia
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
*पानी व्यर्थ न गंवाओ*
Dushyant Kumar
खिलेंगे फूल राहों में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
शेखर सिंह
अगर
Shweta Soni
ग़ज़ल -1222 1222 122 मुफाईलुन मुफाईलुन फऊलुन
Neelam Sharma
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
गौण हुईं अनुभूतियाँ,
sushil sarna
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
चींटी रानी
Manu Vashistha
Loading...