आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
गुरु, शिक्षक, अध्यापक, टीचर
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
मेरे ताल्लुकात अब दुश्मनों से है खुशगवार
पहचान लेता हूँ उन्हें पोशीदा हिज़ाब में
ओ *बहने* मेरी तो हंसती रवे..
'दीप' पढ़ों पिछडों के जज्बात।
HOW MANY TIME , ONE GETS UP AND WALK AGAIN.
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*