अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
नए दौर का भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सत्य की खोज........एक संन्यासी
सख्त लगता है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू
*कलियुगी मंथरा और परिवार*
*पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं*
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
हम बेखबर थे मुखालिफ फोज से,
"अनैतिक कृत्य" की ज़िम्मेदारी "नैतिक" कैसे हो सकती है प्रधान
दर परत दर रिश्तों में घुलती कड़वाहट
प्रेम-सुधा की प्यास लिए यह
मन मूरख बहुत सतावै, पल भर चैन न पावै
पापा आपकी बहुत याद आती है