■ व्यंग्य / एक न्यूज़ : जो उड़ा दी फ्यूज..
#व्यंग्य-
■ समाचार बोले तो गुर्दा-फाड़ स्पर्द्धा….
【प्रणय प्रभात】
समाचार अब समाचार नहीं चीत्कार बन चुके हैं। चीत्कार भी निरीह जनता नहीं न्यूज़ एंकर या मैदानी रिपोर्टर की। मंशा तिल को ताड़ और राई को पहाड़ बना डालने की। आवाज़ ऐसी मानो गला और गुर्दा एक साथ फट पड़ने को बेताब हो। अंदाज़ मैदानी-जंग में यलगार बोलने जैसा। दो कोड़ी के मुद्दे पर एक-एक लाइन को बार-बार दोहरा कर ख़ुद से ज़्यादा जनता का टाइम खोटा करना मानो इनका पैदाइशी हक़ हो। देश मे वाजिब मुद्दों और मसलों का टोटा साबित करने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ढर्रे की एक बानगी-
सुर्ख लाल बैकग्राउंड के सामने काले वेस्टर्न परिधान में सजी महिला एंकर। अपना और अपने शो का नाम बताने के बाद अचानक रेसिंग बाइक की तरह पिकअप पकड़ते हुए न केवल अपना वॉल्यूम बढ़ा देती है, बल्कि दर्शकों की हार्ट-बीत भी तेज कर देती है। कुछ इस अंदाज में-
“इस वक़्त आप देख रहे हैं पकाऊ न्यूज़ का सबसे दमदार शो भेजा फ्राई। हम लेकर आए हैं एक बहुत बड़ी खबर। झुमरी तलैया से आ रही है आज की सबसे बड़ी खबर। जी हां, हम आपको बता रहे हैं आज की सबसे बड़ी खबर।
पुलिस कस्टडी में रात भर रोती रही हनीप्रीत। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। टेलीविज़न के इतिहास में अब आएगा भूचाल। खबर से जुड़े हर पहलू को सामने लाने के लिए पांच जगह मौजूद हैं हमारे रिपोर्टर। इंतज़ार कीजिए दिल थाम कर।। हम करेंगे हनीप्रीत के एक-एक आंसू से जुड़ा धाँसू खुलासा। आज हम बताएंगे आपको पल-पल का हाल।
देश के नम्बर वन चैनल पर मिलेगी आपको एक-एक जानकारी।
* कितना बड़ा था आंसू का आकार?
* क्या रहा प्रत्येक आंसू का वज़न?
* प्रति मिनट टपके कितने आंसू?
* आंसू दांई आंख से ज़्यादा निकले या बांई से?
* रूमाल में सोखे गए कितने टसुए?
* कितने आंसुओं ने भिगोया दुपट्टा?
आज पूरा सच उजागर करेगा आपका पसंदीदा और देश का सबसे सुपर फास्ट चैनल। बस एक छोटे से ब्रेक के बाद। मोर्चे पर डेट हैं हम और हमारे सारे रिपोर्टर। डटे रहिए आप भी। मिलते हैं ब्रेक के बाद।