■ विश्व-स्तरीय कुंडली
#कुंडली
■ आशिक़ों-माशूक़
माशूक़ा यूक्रेन सी ठेंगा रही दिखाय।
आशिक़ रशिया सा तना गोले रहा गिराय।
गोले रहा गिराय देखती दुनिया सारी।
यूएसए से बाप ने ना हिम्मत है हारी।
माशूका अपने आशिक़ पे पड़ती भारी।
कहे प्रणय कविराय बहुत इज़्ज़त पर थूका।
दुश्मन को ना मिले ख़ुदा ऐसी माशूका।
■प्रणय प्रभात■