■ मुक्तक / सर्दी में गर्मी के लिए
मौसम की बात : अहसास के साथ
【प्रणय प्रभात】
गरम अहसास सर्दी मे ज़रूरी,
सो कुछ रस्में निभाई जा रही हैं।
हैं कुछ यादें पुराने स्वेटरों सी,
उधेडी और बनाई जा रही हैं।।
मौसम की बात : अहसास के साथ
【प्रणय प्रभात】
गरम अहसास सर्दी मे ज़रूरी,
सो कुछ रस्में निभाई जा रही हैं।
हैं कुछ यादें पुराने स्वेटरों सी,
उधेडी और बनाई जा रही हैं।।