#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
नारी सम्मान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
एक तेरे प्यार का प्यारे सुरूर है मुझे।
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
एक ही तो, निशा बचा है,
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।