💐प्रेम कौतुक-357💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम दुसरों की चोरी नहीं करते,
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
कैसे अम्बर तक जाओगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
// दोहा पहेली //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रक़्श करतें हैं ख़यालात मेरे जब भी कभी..