■ ग़ज़ल / बदनाम हो गया…..!
【आज #इंदौर_समाचार में प्रकाशित ग़ज़ल】
#ग़ज़ल :–
■ बदनाम हो गया…..!
【प्रणय प्रभात】
★ दिल का क़त्ले-आम हो गया।
अपना काम तमाम हो गया।।
★ ज़ालिम ने बस खेल किया था,
इश्क़ मगर बदनाम हो गया।।
★ उस ने महफ़िल नई सजा ली,
दुनिया मे कोहराम हो गया।।
★ बद पर आमादा है नादाँ,
समझ रहा है नाम हो गया।।
★ कल आएगा अख़बारों में,
वो किस्सा जो आम हो गया।।
★ अपना दिन है अपनी रातें,
अपना वक़्त ग़ुलाम हो गया।।
■ प्रणय प्रभात ■
श्योपुर (मप्र)
8959493240
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