******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
💐प्रेम कौतुक-337💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
मॉं करके शेर सवारी, हर दो जग के दुख भारी (भक्ति गीत)
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
"हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा
दो सहोदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अज़ाँ दिलों की मसाजिद में हो रही है 'अनीस'
आओ करें हम अर्चन वंदन वीरों के बलिदान को
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
श्रद्धा के सुमन ले के आया तेरे चरणों में
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
करूँ तो क्या करूँ मैं भी ,
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही