Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2024 · 1 min read

■ और एक दिन ■

■ और एक दिन ■

“बयाँ आंखों से रुख से हो गया ख़ुद।
वो अफ़साना जिसे दिल ने छुपाया।।”

◆प्रणय प्रभात◆

1 Like · 134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
हमारी जुदाई मानो
हमारी जुदाई मानो
हिमांशु Kulshrestha
" बेघर "
Dr. Kishan tandon kranti
आशा की एक किरण
आशा की एक किरण
Mamta Rani
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी
इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रकृति का भविष्य
प्रकृति का भविष्य
Bindesh kumar jha
जिंदा मनुख
जिंदा मनुख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
Ajit Kumar "Karn"
बेशर्मी ही तो है
बेशर्मी ही तो है
लक्ष्मी सिंह
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
3419⚘ *पूर्णिका* ⚘
3419⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
Dr fauzia Naseem shad
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
Keshav kishor Kumar
*मारा लो रावण गया, रामचंद्र के हाथ (कुंडलिया)*
*मारा लो रावण गया, रामचंद्र के हाथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पैसे कमाने के लिए दिमाग चाहिए
पैसे कमाने के लिए दिमाग चाहिए
Sonam Puneet Dubey
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
लोग कहते हैं कि
लोग कहते हैं कि
VINOD CHAUHAN
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
पूर्वार्थ
आब-ओ-हवा
आब-ओ-हवा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...