Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#13 Trending Author
*प्रणय*
67 Followers
Follow
Report this post
24 Sep 2023 · 1 min read
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 251 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
साजिशें ही साजिशें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
Phool gufran
मर्द
Shubham Anand Manmeet
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
Ravi Betulwala
"ये कैसा जुल्म?"
Dr. Kishan tandon kranti
"मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी"
Ekta chitrangini
विश्वास🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
#लघुकथा / #भड़ास
*प्रणय*
दिल में जो है वो बताया तो करो,
Jyoti Roshni
*मिट्टी की वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
........,
शेखर सिंह
विश्वास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जय श्री राम!
Dr. Bharati Varma Bourai
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
अपराध बोध (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
एक-दूसरे के लिए
Abhishek Rajhans
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
Ajit Kumar "Karn"
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
When you strongly want to do something, you will find a way
पूर्वार्थ
कर्म कांड से बचते बचाते.
Mahender Singh
हरसिंगार
Shweta Soni
बाल कहानी विशेषांक
Harminder Kaur
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
Lokesh Sharma
कुंडलिया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दुर्दशा
RAMESH Kumar
4372.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
sp133 मैं अज्ञानी /वामपंथी सेकुलर/ वह कलम की धार
Manoj Shrivastava
Loading...