अच्छी तरह मैं होश में हूँ
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
"समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
रात बसर की मैंने जिस जिस शहर में,
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मेरा जीवन
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*आभार कहो अपना भारत, जनतंत्र-रीति से चलता है (राधेश्यामी छंद
किसने कहा पराई होती है बेटियां
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
Vishnu Prasad 'panchotiya'
चंद तारे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'