आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
*छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)*
"डर का माहौल नहीं, घर का माहौल दीजिए ll
कौन किसकी कहानी सुनाता है
हे ब्रह्माचारिणी जग की शक्ति
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर