*नव वर्ष पर सुबह पाँच बजे बधाई * *(हास्य कुंडलिया)*
खांचे में बंट गए हैं अपराधी
याद कितनी खूबसूरत होती हैं ना,ना लड़ती हैं ना झगड़ती हैं,
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
AE888 - TRANG CHỦ AE888 CHÍNH THỨC✔️ MOBILE
**प्यार भरा पैगाम लिखूँ मैं **
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय