•••मंजिल की तलाश………
।।।।।।।।।।।।।जारी है और हमेशा जारी रहेगी।।।।।।।।।।।।।
आंखों में छाया तेरा नूर ही तो है
दिल में एक तेरा सुरूर ही तो है
अब मै तुझे क्या बताऊं साथी मेरे,,
तेरे बिन ये जिंदेगी खाली गुरूर ही तो है।।।
अब दिल में सिर्फ तेरा ही आस है
तुझे हासिल करने की मुझे प्यास है
तुझे क्या पता ऐ मंजिल मेरे,,,
तुझसे मिलने को ही ये बाकि सांस तो है।।।।
:::::बिमल रजक::::