Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2021 · 1 min read

-:।। भाई की ममता ।।:-

वारो पर वार सहे जब दुश्मन की ललकार सुनी।
हिम्मत टूट गई जब आंगन में दीवार बनी।
भाई की ममता को खुदगर्ज़ी ने ललकारा।
उस भाई से संग्राम हुआ जो रहा सहारा।
प्रातः जागा इस आशा में भाई ममता देगा।
दुख दर्दो की कारा से आकर मुक्ति देगा।
जिसको सोचा हाथो की लाठी उसने ली आंग्राई।
भाव भंगिमा देख बंधु की आई मुझे रुलाई।
अब कुछ रहा ना सेश है केवल तन्हाई।
लोप हो गए रिश्ते रहा स्वार्थ और चतुराई।

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 484 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीत
गीत
Shweta Soni
चुनाव 2024....
चुनाव 2024....
Sanjay ' शून्य'
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
Phool gufran
सजल नयन
सजल नयन
Dr. Meenakshi Sharma
ज़िंदगी से शिकायत
ज़िंदगी से शिकायत
Dr fauzia Naseem shad
3006.*पूर्णिका*
3006.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यादगार
यादगार
Bodhisatva kastooriya
आनंद
आनंद
RAKESH RAKESH
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर  स्वत कम ह
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर स्वत कम ह
पूर्वार्थ
बाट का बटोही ?
बाट का बटोही ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
खत उसनें खोला भी नहीं
खत उसनें खोला भी नहीं
Sonu sugandh
आदिकवि सरहपा।
आदिकवि सरहपा।
Acharya Rama Nand Mandal
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
Ranjeet kumar patre
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
Rj Anand Prajapati
नहीं उनकी बलि लो तुम
नहीं उनकी बलि लो तुम
gurudeenverma198
"जीवन की अंतिम यात्रा"
Pushpraj Anant
गुरु-पूर्णिमा पर...!!
गुरु-पूर्णिमा पर...!!
Kanchan Khanna
“बप्पा रावल” का इतिहास
“बप्पा रावल” का इतिहास
Ajay Shekhavat
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
Shashi kala vyas
आ रहे हैं बुद्ध
आ रहे हैं बुद्ध
Shekhar Chandra Mitra
बहारें तो आज भी आती हैं
बहारें तो आज भी आती हैं
Ritu Asooja
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
Loading...