Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2020 · 1 min read

** ||| फ़ौलादी ज़िगर||| **

मन की व्यथाओं से
जीवन की दुविधाओं से
भी बाहर आया जा सकता है
गर जिगर फ़ौलादी हो तो
हर दोष मिटाया जा सकता है।

चिंताओं को आग लगाकर
भय कुण्ड से बाहर आकर
काली घटाओं में भी अपना
सर छुपाया जा सकता है।
गर जिगर फ़ौलादी हो तो
हर दोष मिटाया जा सकता है।

ज़माने की तानाकशी से
वक़्त की बेबसी से
क़िस्मत की बेरुखी से भी
दो दो हाँथ मिलाया जा सकता है
गर जिगर फ़ौलादी हो तो
हर दोष मिटाया जा सकता है।

कवि-वि के विराज़

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*देखो मन में हलचल लेकर*
*देखो मन में हलचल लेकर*
Dr. Priya Gupta
सवाल~
सवाल~
दिनेश एल० "जैहिंद"
श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण
Raju Gajbhiye
अन्नदाता
अन्नदाता
Akash Yadav
3116.*पूर्णिका*
3116.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मोमबत्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
मेखला धार
मेखला धार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शब्द वाणी
शब्द वाणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
*पास में अगर न पैसा 【कुंडलिया】*
*पास में अगर न पैसा 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
Dr fauzia Naseem shad
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
यह प्यार झूठा है
यह प्यार झूठा है
gurudeenverma198
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
बापू के संजय
बापू के संजय
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
Sahil Ahmad
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मजदूर
मजदूर
umesh mehra
छोड़ दूं क्या.....
छोड़ दूं क्या.....
Ravi Ghayal
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
समाज के बदलते स्वरूप में आप निवेशक, उत्पादक, वितरक, विक्रेता
समाज के बदलते स्वरूप में आप निवेशक, उत्पादक, वितरक, विक्रेता
Sanjay ' शून्य'
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �
मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �
Swara Kumari arya
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...