Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2021 · 1 min read

ज़िंदगी तू क्या है

ज़िन्दगी तु क्या है, क्या है तु ज़िन्दगी ?
ज़िन्दगी है तु क्या ,ज़िन्दगी क्या तु है ?
जानना चाहता मेरा मन तुझे हर पहलू से है
करना चाहता तुझसे ये, कुछ गुफतगू सी है

पहल की मेरे मन ने, फिर शुरू हुआ बातों का दौर
कहा मेरे मन ने ,”अ ज़िन्दगी “- ‘ करना ये गौर’
समाया है तुझ में बहुत कुछ, की नहीं है तेरा कोई छोर
तुझमें
हार भी और जीत भी
रूदन भी और गीत भी
असफलता भी और सफलता भी
विरलता भी और सरलता भी,
बिछड़न भी और मिलन भी
प्रेम भी और जलन भी
दोस्त भी और दुश्मन भी
भूख भी और प्यास भी
संताप भी और आस भी
अधर्म भी और धर्म भी
चोट भी और मर्म भी
गुस्ताखी भी और शर्म भी
सर्द भी और गर्म भी
किस्मत भी और कर्म भी
कठोर भी और नर्म भी
खुशी भी और गम भी
ज्यादा भी और कम भी

सुन सब बड़े ही ध्यान से,
ज़िन्दगी ने ली इक अंगड़ाई
और बोली—
“यही सब कुछ ही तो हूं मैं ‘मंजुल’ भाई
समाया है मुझमें हर ये रंग
जबकि खुद मैं हूं बेरंग
अब निर्भर करता ईंसान पर है
कि अपनाता है वो क्या?
दुख-विलाप या उत्साह-उमंग !

©®मंजुल मनोचा©®

Language: Hindi
1 Like · 278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
👍आज का एलान👍
👍आज का एलान👍
*Author प्रणय प्रभात*
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जगन्नाथ रथ यात्रा
जगन्नाथ रथ यात्रा
Pooja Singh
चरणों में सौ-सौ अभिनंदन ,शिक्षक तुम्हें प्रणाम है (गीत)
चरणों में सौ-सौ अभिनंदन ,शिक्षक तुम्हें प्रणाम है (गीत)
Ravi Prakash
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
Monika Verma
कपूत।
कपूत।
Acharya Rama Nand Mandal
जीवन
जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
लक्ष्मी सिंह
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
सच तो बस
सच तो बस
Neeraj Agarwal
गरीब
गरीब
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
रिश्तो की कच्ची डोर
रिश्तो की कच्ची डोर
Harminder Kaur
💐प्रेम कौतुक-393💐
💐प्रेम कौतुक-393💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
Atul "Krishn"
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
सपनों का सफर
सपनों का सफर
पूर्वार्थ
गुत्थियों का हल आसान नही .....
गुत्थियों का हल आसान नही .....
Rohit yadav
तुम नादानं थे वक्त की,
तुम नादानं थे वक्त की,
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
क्या हुआ , क्या हो रहा है और क्या होगा
क्या हुआ , क्या हो रहा है और क्या होगा
कृष्ण मलिक अम्बाला
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
Prof Neelam Sangwan
दोहे. . . . जीवन
दोहे. . . . जीवन
sushil sarna
Apne man ki bhawnao ko , shabdo ke madhyam se , kalpanikta k
Apne man ki bhawnao ko , shabdo ke madhyam se , kalpanikta k
Sakshi Tripathi
विडम्बना
विडम्बना
Shaily
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
समझे वही हक़ीक़त
समझे वही हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
मेहनत का फल
मेहनत का फल
Pushpraj Anant
Loading...