$ग़ज़ल
बहरे मुतदारिक मुसम्मन सालिम
फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन
212/212/212/212
ये तिरंगा लिए देश की शान है
दिल इसी के लिए जान क़ुर्बान है//1
लाख जानें गयी तब तिरंगा मिला
ये शहीदों का करता लहर मान है//2
वीरता शाँति उर हरितिमा को लिए
ये तिरंगा भरे मौज़ का गान है//3
है नमन उन शहीदों को सज़दा किये
आज जिनकी बदौलत ये पहचान है//4
हिंद की कौम नस्लें रहें ओज में
ये शहीदी दिलों की दिली आन है//5
हिंद की जय रहे जय करें रूह से
देश से प्रेम की इक यही तान है//6
हर क़दम देश ख़ातिर उठे शान से
आज ‘प्रीतम’ क़सम लो ये अभियान है//7
#आर.एस. ‘प्रीतम’
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