Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2019 · 1 min read

ग़ज़ल:- बेबसी पर मेरी, कुछ तरस खाइए

बेबसी पर मेरी, कुछ तरस खाइये।
आइए आइए, अब चले आइये।।

बाजुओं में मेरे, अब समा जाइये।
मेरे दिलवर मुझे अब न तरसाइये।।

आपका प्यार ही, एक दौलत मेरी।
इसपे हक़ आप अपना न जतलाइये।।

सूख जाए न दिल का शज़र ये कहीं।
इश्क की बूंद बनकर बरस जाइये।।

तोड़ दो बंदिशें, थाम लो हाथ अब।
ऐसे भी तो सनम, अब न शर्माइये।।

प्यार होना न था, पर ये हो ही गया।
नाज़ इस पर करो, अब न पछताइए।।

कल्प ने तुमको चाहा , है रब की तरह।
जानकर राज़-ए-दिल, अब न इतराइये।।

✍?? अरविंद राजपूत ‘कल्प’ ?✍?
बह्र-ए-मुतदारिक मुसम्मन सालिम
अरकान – फाइलुन फाइलुन फाइलुन फाइलुन

285 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपने जीवन के प्रति आप जैसी धारणा रखते हैं,बदले में आपका जीवन
अपने जीवन के प्रति आप जैसी धारणा रखते हैं,बदले में आपका जीवन
Paras Nath Jha
बेड़ियाँ
बेड़ियाँ
Shaily
"ज्ञान-दीप"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मां
मां
goutam shaw
नील पदम् के दोहे
नील पदम् के दोहे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Gratitude Fills My Heart Each Day!
Gratitude Fills My Heart Each Day!
R. H. SRIDEVI
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
Shweta Soni
करवाचौथ
करवाचौथ
Satish Srijan
आसमाँ पर तारे लीप रहा है वो,
आसमाँ पर तारे लीप रहा है वो,
अर्चना मुकेश मेहता
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
हमें सलीका न आया।
हमें सलीका न आया।
Taj Mohammad
कविता: सजना है साजन के लिए
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
काश, धर्मनगरी में कोई धर्मवीर होता। धिक्कार संवेदनाहीन शिखण्
काश, धर्मनगरी में कोई धर्मवीर होता। धिक्कार संवेदनाहीन शिखण्
*प्रणय प्रभात*
3243.*पूर्णिका*
3243.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज्योतिर्मय
ज्योतिर्मय
Pratibha Pandey
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रकृति को जो समझे अपना
प्रकृति को जो समझे अपना
Buddha Prakash
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
लंबा सफ़र
लंबा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
शेखर सिंह
होली गीत
होली गीत
Kanchan Khanna
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
Anil chobisa
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
मित्रता का बीज
मित्रता का बीज
लक्ष्मी सिंह
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
Loading...