Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2017 · 1 min read

ग़ज़ल/गीत

22 22 22 22 वाचिक मापनी आधारित

काम करूँ तो काम न आये।
राम जपूँ तो राम न आये।

यह सोच वतन मेँ काम करूँ।
मुझ पर तो इल्जाम न आये।

थक जाऊं चल चल कर मैं।
क्या करूँ फिर भी मुकाम न आये।

जिस दिन याद न आओ मुझको।
रब दी सो वो शाम न आये।

राह गुज़र होती कब तन्हा।
साथ बिना आराम न आये।

मेरी मोहब्बत मुफ़्त बिकी।
दिल तो गया पर दाम न आये।

मुक्तक कविता और रुबाई ।
दिल को तसल्ली काम न आये।

जीस्त कटी सजदे में सारी।
लेकिन रूबरू श्याम न आये।

कागज़ ख़ाली ख़ाली मिलते।
हाले दिल पैगाम न आये।

सज़दे कर कर के खलास हुए।
फिर भी उनके सलाम न आये।

दीप शिखा मानिन्द जला दिल।
दिल में बसे गुलफाम न आये।

मिलने को मिल जाते ‘मधु’ सब।
मिलने को गुमनाम न आये।

*****मधु गौतम

373 Views

You may also like these posts

*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
Krishna Manshi
जग की सारी बन्दिशें, चलो तोड़ दें आज ।
जग की सारी बन्दिशें, चलो तोड़ दें आज ।
sushil sarna
दोहे - डी के निवातिया
दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
Rj Anand Prajapati
अगर सड़क पर कंकड़ ही कंकड़ हों तो उस पर चला जा सकता है, मगर
अगर सड़क पर कंकड़ ही कंकड़ हों तो उस पर चला जा सकता है, मगर
Lokesh Sharma
मेरा तुम्हारा ये सफर
मेरा तुम्हारा ये सफर
Surinder blackpen
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
" सुबह की पहली किरण "
Rati Raj
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
अकारण सेकेंडों की बात मिनटों व घण्टों तक करने वाले न अपना भल
अकारण सेकेंडों की बात मिनटों व घण्टों तक करने वाले न अपना भल
*प्रणय*
बचा ले मुझे🙏🙏
बचा ले मुझे🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मौसम तो सर्दी का इश्क के शोले भड़क रहे है
मौसम तो सर्दी का इश्क के शोले भड़क रहे है
Ram Krishan Rastogi
वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर
वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Infatuation
Infatuation
Vedha Singh
"कितनी नादान है दिल"
राकेश चौरसिया
नया दिन
नया दिन
Vandna Thakur
भाई दूज
भाई दूज
Mamta Rani
भटकता पंछी !
भटकता पंछी !
Niharika Verma
चोट खाकर टूट जाने की फितरत नहीं मेरी
चोट खाकर टूट जाने की फितरत नहीं मेरी
Pramila sultan
अकाल मृत्यु
अकाल मृत्यु
Arun Prasad
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
मौहब्बत
मौहब्बत
Phool gufran
छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद)
छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद)
आकाश महेशपुरी
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
किसान और धरती
किसान और धरती
ओनिका सेतिया 'अनु '
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
पूर्वार्थ
मतदान से, हर संकट जायेगा;
मतदान से, हर संकट जायेगा;
पंकज कुमार कर्ण
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
*हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है*
*हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है*
Dushyant Kumar
Loading...