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6 Nov 2024 · 1 min read

हौसलों के दिये आँखों में छिपा रक्खे हैं,

हौसलों के दिये आँखों में छिपा रक्खे हैं,
अंधेरे हैं कि कभी दस्तक देते ही नहीं हैं

©️🖊️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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