हौसला
मैं धैर्य रखूंगा हरदम,
यूं हौसला नहीं गवाऊंगा।
जीवन की हर यात्रा में,
निडरता से कदम बढ़ाऊंगा।
अपने सपनों को पंख देकर,
ऊँचाईयों तक उड़ता जाऊंगा।
जो देखे हज़ारों सपने मैने,
सबको पूरा करता जाऊंगा।
सोच-समझ हर कठिन कार्य को
करने का प्रयास करता जाऊंगा।
मेहनत को आधार बनाकर,
हर सफलता पाना चाहूंगा।
ये जीवन है अनमोल प्रिये
मैं मुस्कुरा के जीना चाहूंगा,
जीवन के पल-पल का मैं,
आनंद उठाना चाहूंगा।
©अभिषेक पाण्डेय अभि