Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2020 · 1 min read

हौसला रखो…!!

बुरा वक़्त हैं गुज़र जायेगा ज़रा हौसला रखो!
अच्छा वक़्त फ़िर आयेगा ज़रा हौसला रखो!

कभी रोक न पाया अंधेरा भी सवेरा होने से!
राहे ले जायेगी मंजिल पे जरा हौसला रखो!

हौसला बुलंद करके तु चल मंजिल की और!
काफ़िला खुद बन जायेगा ज़रा हौसला रखो!

मुश्किले भी आयेंगी बेइन्तहा सबकी राहों में!
जब चल पड़े हो तो फ़िर ज़रा हौसला रखो!

आज नहीं तो कल मंजिल मिल जायेगी हमें!
जीत हार का हैं फ़ासला ज़रा हौसला रखो!
✒Anoop Sonsi

4 Likes · 3 Comments · 370 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिसका समय पहलवान...
जिसका समय पहलवान...
Priya princess panwar
"मन" भर मन पर बोझ
Atul "Krishn"
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
#लघुकथा / #विरक्त
#लघुकथा / #विरक्त
*प्रणय प्रभात*
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
Tushar Jagawat
"दोस्ती क्या है?"
Pushpraj Anant
. काला काला बादल
. काला काला बादल
Paras Nath Jha
जिन्दगी परिणाम कम परीक्षा ज्यादा लेती है,खुशियों से खेलती बह
जिन्दगी परिणाम कम परीक्षा ज्यादा लेती है,खुशियों से खेलती बह
पूर्वार्थ
योग
योग
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
काजल
काजल
SHAMA PARVEEN
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
Kanchan Khanna
बात निकली है तो दूर तक जायेगी
बात निकली है तो दूर तक जायेगी
Sonam Puneet Dubey
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
सत्य कुमार प्रेमी
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
𑒖𑒲𑒫𑒢 𑒣𑒟 𑒮𑒳𑓀𑒠𑒩 𑒯𑒼𑒃𑒞 𑒁𑒕𑒱 𑒖𑒐𑒢 𑒮𑒿𑒑 𑒏𑒱𑒨𑒼 𑒮𑓀𑒑𑒲
𑒖𑒲𑒫𑒢 𑒣𑒟 𑒮𑒳𑓀𑒠𑒩 𑒯𑒼𑒃𑒞 𑒁𑒕𑒱 𑒖𑒐𑒢 𑒮𑒿𑒑 𑒏𑒱𑒨𑒼 𑒮𑓀𑒑𑒲
DrLakshman Jha Parimal
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
विजया घनाक्षरी
विजया घनाक्षरी
Godambari Negi
മനസിന്റെ മണ്ണിചെപ്പിൽ ഒളിപ്പിച്ച നിധി പോലെ ഇന്നും നിന്നെ ഞാൻ
മനസിന്റെ മണ്ണിചെപ്പിൽ ഒളിപ്പിച്ച നിധി പോലെ ഇന്നും നിന്നെ ഞാൻ
Sreeraj
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
दिल में रह जाते हैं
दिल में रह जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
लगता है अपने रिश्ते की उम्र छोटी ही रही ।
लगता है अपने रिश्ते की उम्र छोटी ही रही ।
Ashwini sharma
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
Naushaba Suriya
दुनिया इतनी बड़ी किताब है
दुनिया इतनी बड़ी किताब है
Indu Singh
तुम्हारा स्पर्श
तुम्हारा स्पर्श
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
चलो अब कुछ बेहतर ढूंढते हैं,
चलो अब कुछ बेहतर ढूंढते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Dr arun कुमार शास्त्री
Dr arun कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चिन्ता
चिन्ता
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...