Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2017 · 1 min read

हौसला ज़िंदा


ख़ामोश रात,
सुलगा अहसास,
तुम बिन मैं!

ज़िंदगी जंग,
किसी का नहीं संग,
फिर भी रंग!

रोटी महँगी,
है ज़िंदगी सस्ती,
भूखी बस्ती!

मार्ग कठिन,
मन है व्यथित,
हौसला ज़िंदा।

Language: Hindi
535 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
Anand Kumar
बुंदेली दोहा-पीपर
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बचपना
बचपना
Pratibha Pandey
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
अंधा वो नहीं होता है
अंधा वो नहीं होता है
ओंकार मिश्र
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*साम वेदना*
*साम वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आंखन तिमिर बढ़ा,
आंखन तिमिर बढ़ा,
Mahender Singh
जल बचाओ, ना बहाओ।
जल बचाओ, ना बहाओ।
Buddha Prakash
🙅समझ जाइए🙅
🙅समझ जाइए🙅
*प्रणय*
इन सर्द रास्तों पर
इन सर्द रास्तों पर
हिमांशु Kulshrestha
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
Phool gufran
सबूत- ए- इश्क़
सबूत- ए- इश्क़
राहुल रायकवार जज़्बाती
"आशा"
Dr. Kishan tandon kranti
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
बीवी के अंदर एक मां छुपी होती है,
बीवी के अंदर एक मां छुपी होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*ऋषि दयानंद युग-पुरुष हुए, उनको हम शीश झुकाते हैं (राधेश्याम
*ऋषि दयानंद युग-पुरुष हुए, उनको हम शीश झुकाते हैं (राधेश्याम
Ravi Prakash
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
दोस्ती
दोस्ती
Neeraj Agarwal
3980.💐 *पूर्णिका* 💐
3980.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आंधियों में गुलशन पे ,जुल्मतों का साया है ,
आंधियों में गुलशन पे ,जुल्मतों का साया है ,
Neelofar Khan
“जहां गलती ना हो, वहाँ झुको मत
“जहां गलती ना हो, वहाँ झुको मत
शेखर सिंह
हाथी मर गये कोदो खाकर
हाथी मर गये कोदो खाकर
Dhirendra Singh
दो शब्द
दो शब्द
Dr fauzia Naseem shad
गीत- हृदय को चैन आता है...
गीत- हृदय को चैन आता है...
आर.एस. 'प्रीतम'
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
Piyush Goel
हमने तुमको दिल दिया...
हमने तुमको दिल दिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
रात
रात
sushil sarna
Loading...