हौसला ज़िंदा
१
ख़ामोश रात,
सुलगा अहसास,
तुम बिन मैं!
२
ज़िंदगी जंग,
किसी का नहीं संग,
फिर भी रंग!
३
रोटी महँगी,
है ज़िंदगी सस्ती,
भूखी बस्ती!
४
मार्ग कठिन,
मन है व्यथित,
हौसला ज़िंदा।
१
ख़ामोश रात,
सुलगा अहसास,
तुम बिन मैं!
२
ज़िंदगी जंग,
किसी का नहीं संग,
फिर भी रंग!
३
रोटी महँगी,
है ज़िंदगी सस्ती,
भूखी बस्ती!
४
मार्ग कठिन,
मन है व्यथित,
हौसला ज़िंदा।