Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2017 · 1 min read

हो सकता तुम मुझसे बेहतर जानते हो….

हो सकता है तुम मुझसे बेहतर जानते है
क्या सही है गलत है पहचानते
हो,

बहुत कहते हो तुम अपने हो अपने हो…मोनू
क्या दिल से तुम मुझे अपना मानते हो

सूखे पत्ते भवर मे बस उड़ने लगे
भँवर उठते कहाँ से ये जानते है

सागरो मे लहरे बस ही उठती है….
नदियों मे लहर को पहचाने हो….
क्या दिल से तुम मुझे अपना मानते हो….क्या दिल
से……मोनू

Language: Hindi
1 Like · 452 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भौतिकवादी
भौतिकवादी
लक्ष्मी सिंह
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
💐प्रेम कौतुक-417💐
💐प्रेम कौतुक-417💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
क्रांतिकारी किसी देश के लिए वह उत्साहित स्तंभ रहे है जिनके ज
क्रांतिकारी किसी देश के लिए वह उत्साहित स्तंभ रहे है जिनके ज
Rj Anand Prajapati
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
Saransh Singh 'Priyam'
धोखे का दर्द
धोखे का दर्द
Sanjay ' शून्य'
मंद मंद बहती हवा
मंद मंद बहती हवा
Soni Gupta
माँ
माँ
The_dk_poetry
शीत की शब में .....
शीत की शब में .....
sushil sarna
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नास्तिक
नास्तिक
ओंकार मिश्र
चलो...
चलो...
Srishty Bansal
घुली अजब सी भांग
घुली अजब सी भांग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मैं स्वयं हूं..👇
मैं स्वयं हूं..👇
Shubham Pandey (S P)
"खाली हाथ"
Dr. Kishan tandon kranti
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
Manisha Manjari
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
shabina. Naaz
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
बोले सब सर्दी पड़ी (हास्य कुंडलिया)
बोले सब सर्दी पड़ी (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
■ लेखन मेरे लिए...
■ लेखन मेरे लिए...
*Author प्रणय प्रभात*
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गर्मी आई
गर्मी आई
Manu Vashistha
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
शेखर सिंह
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
Loading...