हो बस प्यार ज़िंदगी में
चाह छोटी भी हो, पूरी होनी चाहिए
बड़ा घर नहीं, दिल होना चाहिए
कोई फर्क नहीं पड़ता क्या है तुम्हारे पास
ज़िंदगी में बस प्यार होना चाहिए।।
प्यार से बीते जो चार पल भी
लंबी नीरस ज़िंदगी से कम नहीं
रहना पड़े अभाव में भी प्यार के लिए
इस बात का भी कोई गम नहीं।।
देखा है अमीरों को भी रोते हुए
और गरीबों को हंसते हुए
नहीं खरीद सकता कोई प्यार
फक्र होता है हमें ये कहते हुए।।
प्यार तो मिलता है नसीब वालों को
जिसे मिल जाए प्यार, वो ही धनी है
हो सारा वैभव, धन धान्य, पर प्यार नहीं
ऐसे जीवन में भी खुशियों की कमी है।।
जिसे नहीं चाहिए प्यार ऐसा
दुनिया में कोई शख्स नहीं
समझते है सब, प्यार से बड़ी
इस दुनिया में कोई दौलत नहीं।।
जो हो प्यार ज़िंदगी में उनकी
खुश रहता है परिवार एक कमरे में भी
प्यार के बिना तो ये जिंदगी,
नर्क हो जाती है आलीशान बंगले में भी।।
है दुआ बस मिले प्यार सबको
और पूरी हो हर रज़ा सबकी
होगा अगर प्यार आपस में तो
होगी बेहतर जिंदगी सबकी।।