होश उड़ाये है
हमने उन्ही से धोखे खाये है
जिसको सीने से हम लगाये है
पहले प्यारे बने रहे वो मेरे
आज उन्ही ने होश उड़ाये है
हे ये कैसी सियासते उनकी
हम तो इक तरफे प्यार ने खाये है
प्यारे चक्कर मे ऐसे पछताये है
मन भी अब खुदको ही गुदगदाये है
किसमत ये देखिये अब मेरी
हाथो को मलते हुए वक्त बिताये है
हौसला हमने ना कभी हारा
दर्द कलम पे सभी ही ढाये है