होली में मर्यादा रखें
होली है प्रेम का त्योहार,
घृणा का रंग न इसमें घुलने पाए ।
बैर ,ईर्ष्या ,द्वेष सब भुला दे,,
कोई भी दुर्भावना न मन में सामने पाए।
नारी और पुरुष संग संग होली खेलें ,
मगर मर्यादा का ध्यान न भूलने पाए ।
रंग है अनेकों स्वास्थ्य वर्धक ,सजीले ,
तो कीचड़ ,तारकोल ,और गोबर को क्यों ,
इस्तेमाल किया जाए ।
अबीर गुलाल और फूलों से रंगे एक दूजे को ,
ताकि रिश्तों को गुलशन सा महकाया जाए।
तत्पश्चात स्वादिष्ट पकवान और मिठाइयां ,
खाएं और खिलाए ,
मेहमाननवाजी का दस्तूर ना बदलने पाए।
होली का त्योहार है खुशियों के आदान प्रदान का,
देखें ! कोई ऐसे में गमजदा और तन्हा न रहने पाए।
मजहब की दीवारें सब तोड़कर एकता से,
होली का त्योहार चलो ! मनाया जाए ।