होली में अपने कलुष जलाएं
होली में अपने कलुष जलाएं
आओ प्यार से मिलें गले
प्रेम प्रीत के रंग लगाएं
बैरभाव और द्वेष जलाकर
तन मन अपना स्वस्थ बनाएं
भेदभाव अभिमान भस्म कर
समता और सद्भाव जगांए
सार्थक हो जाएगी होली
खुशियों का संसार बसाएं
होली में अपने कलुष जलाएं
व्यर्थ ना काटें हरे पेड़
धरती पर्यावरण बचाएं
प्यार के रंग भरो हर दिल में
होली का त्यौहार मनाएं
सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी