Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2024 · 1 min read

– होली के रंग अपनो के रंग –

– होली के रंग अपनो के संग –
मिटाकर सारी द्वेष भावना,
अपनाकर सांप्रदायिक सौहार्द,
दुश्मनी को दिल से निकालकर,
भर दे दिलो में प्रेम व अनुराग,
उडाकर फिजाओ में मोहब्बत का रंग,
घोल दे मोहब्बत की भांग,
पिलाकर मोहब्बत की भांग,
चढ़ जाए मोहब्बत का रंग सभी के दिलो में,
हो जाए सब मोहब्बत से मालामाल,
कुछ इस कदर मनाए अबकी होली ,
होली के रंग हो जाए अबकी बार अपनो के संग,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
64 Views

You may also like these posts

कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
तुम्हारे हर सफर में
तुम्हारे हर सफर में
लक्ष्मी सिंह
मुक्त कर के बन्धन सारे मैंने जीना सीख लिया
मुक्त कर के बन्धन सारे मैंने जीना सीख लिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तुम
तुम
Dushyant Kumar Patel
***दिव्यांग नही दिव्य***
***दिव्यांग नही दिव्य***
Kavita Chouhan
दिल का बुरा नहीं हूँ मैं...
दिल का बुरा नहीं हूँ मैं...
Aditya Prakash
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
Ranjeet kumar patre
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
- अपनो की दिक्कते -
- अपनो की दिक्कते -
bharat gehlot
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
पहले से
पहले से
Dr fauzia Naseem shad
पापियों के हाथ
पापियों के हाथ
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
Neeraj Agarwal
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
कवि रमेशराज
बदल सकती है तू माहौल
बदल सकती है तू माहौल
Sarla Mehta
*शहर की जिंदगी*
*शहर की जिंदगी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
परम लक्ष्य
परम लक्ष्य
Dr. Upasana Pandey
रिशते ना खास होते हैं
रिशते ना खास होते हैं
Dhriti Mishra
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
पूर्वार्थ
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
2685.*पूर्णिका*
2685.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Keep On Trying!
Keep On Trying!
R. H. SRIDEVI
ये रिश्ते
ये रिश्ते
सोनू हंस
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
Happy Sunday
Happy Sunday
*प्रणय*
नए वर्ष की इस पावन बेला में
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...