– होली के रंग अपनो के रंग –
– होली के रंग अपनो के संग –
मिटाकर सारी द्वेष भावना,
अपनाकर सांप्रदायिक सौहार्द,
दुश्मनी को दिल से निकालकर,
भर दे दिलो में प्रेम व अनुराग,
उडाकर फिजाओ में मोहब्बत का रंग,
घोल दे मोहब्बत की भांग,
पिलाकर मोहब्बत की भांग,
चढ़ जाए मोहब्बत का रंग सभी के दिलो में,
हो जाए सब मोहब्बत से मालामाल,
कुछ इस कदर मनाए अबकी होली ,
होली के रंग हो जाए अबकी बार अपनो के संग,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान