!! होली के दिन !!
गुझिया,पापड़,पकवान सभे
सब घुमि-घुमि के खाई गए !
चुन्नू मुन्नू गोलू, पप्पू सब
खाई के भांग बऊराई गए !
होलिका में जरावै के खातिर
लाला की गुमटी उठाई गए !
फूहड़, फूहड़ गारी गावैं
बड़का कक्का गोसिआई गए!
रंग,गुलाल मलैं गाले पर
जमकर हुड़दंग मचाई गए !
बुरा न मनिहौ भईया हमरे
“चुन्नू”होली के दिन आई गए !
•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता – मऊ (उ.प्र.)